Natasha

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न चाहते हुए भी मनीषा को प्यार हो गया

मनीषा स्नातक की छात्रा है और उसकी चाहत बैंकिंग सेक्टर में जॉब पाने की है। इसलिए मनीषा अपनी तैयारी को और भी बेहतर करने के लिए कोचिंग क्लास जॉइन करती है। कॉलेज के बाद मनीषा कोचिंग क्लास जाती और क्लास खत्म होने के बाद अपने घर चली आती।


मनीषा के कोचिंग क्लास में दो महीने पूरे हो गए और इस दौरान उसके कुछ फ्रेंड भी बन गए थे। उन्हीं फ्रेंड में एक अभिषेक नाम का लड़का था जो दिखने में स्मार्ट था। अभिषेक पढ़ने में तेज था और वो मनीषा को पसंद करता था। लेकिन मनीषा इस बात से अनजान थी कि अभिषेक के दिल में उसके लिए प्यार है।

क्लास में जब भी ग्रुप डिस्कशन होता तो अक्सर मनीषा के सवालों का जवाब अभिषेक ही देता। इस दौरान मनीषा के फेंड्स को यह एहसास होने लगा था कि अभिषेक, मनीषा को “लाइक” करता है। अभिषेक अपने दिल की बात मनीषा से कहना चाहता था लेकिन कभी कहने की हिम्मत नहीं हुई।


अब बैंक एग्जाम का नोटिफिकेशन आ चुका था। तीन महीने बाद एग्जाम होना था। अभिषेक को अब समझ में नहीं आ रहा था कि वो क्या करें। अपने दिल की बात बता दे या छोड़ दे? बहुत सोचने के बाद अभिषेक ने तय किया कि अब वो अपने दिल की बात मनीषा को बता देगा।

अगले दिन अभिषेक क्लास में सबसे पहले पहुँच गया। थोड़ी देर बाद मनीषा भी क्लास में आई। अभिषेक ठीक मनीषा के पीछे वाली बेंच पे बैठ गया। अभिषेक की दिल की धड़कनें तेज होने लगी थी। जैसी ही क्लास खत्म हुआ, तो अभिषेक ने मनीषा के कहा क्या तुम क्लास के बाहर मिल सकती हो, मुझे तुमसे कुछ बात करनी है।

मनीषा क्लास के बाहर आ गई और अभिषेक से कहा “बोलो क्या बात करनी है”?

अभिषेक: थोड़ा हिचकिचाते हुए बोला “मनीषा तुम मुझे बहुत प्यारी लगती हो, सच कहूं तो मुझे तुमसे प्यार हो गया है।

मनीषा: अभिषेक ये तुम क्या बोल रहे हो तुम्हे पता है ना। देखो मैं यहाँ अपने एग्जाम की तैयारी करने आई हूं और मुझे ये सब पसंद नहीं। इतना कहकर मनीषा वहाँ से चली गई।

अभिषेक घर आकर ये सोचने लगा कि, कही उसने अपने दिल की बात बता कर गलती तो नहीं कि। अभिषेक अब अपने ही बातो पर पछताने लगा। उसे समझ में नहीं आ रहा था कि अब वो क्या करें। रात भर अभिषेक, मनीषा के बारे में ही सोचता रहा कि वो क्या मेरे बारे में अब क्या सोचती होगी। यही सोचते-सोचते अभिषेक सो गया।

अगले दिन जब अभिषेक वलास गया तो मनीषा से नजरें चुराते हुए वह सबसे पीछे वाली बेंच पर जा कर बैठ गया। मनीष पीछे मुड़कर अभिषेक की तरह देखी लेकिन अभिषेक ने उसकी तरह नहीं देखा। क्लास खत्म होने के बाद अभिषेक सीधा अपने घर चला गया। मनीषा सोचने लगी कि आज अभिषेक ने मुझसे बात नहीं कि, ऐसा क्या हो गया और दिन तो वो मुझसे बात करता था।

इसी तरह लभगभ दो महीने बीत लेकिन अभिषेक ने एक बार भी मनीषा से बात नहीं किया। अब मनीषा से रहा नहीं गया और वो सीधा अभिषेक के सामने जा कर पूछती है कि “अभिषेक तुम मुझे दो महीने से नजरअंदाज कर रहे हो, क्या तुम इसकी वजह बता सकते हो कि तुम ऐसा क्यों कर रहे हो।

अभिषेक: मैं नहीं चाहता कि मेरी वजह से तुम्हरी तैयारी खराब हो, इसलिए मैं तुमसे दूर रहता हूं।

मनीषा: देखो जब तुम मेरे पास थे तब मुझे कोई समस्या नही थी लेकिन अब तुम मुझसे दूर रहते हो, तो मुझे तकलीफ हो रही है, पता नहीं ऐसा क्यों हो रहा है।

अभिषेक: क्या तुम मुझसे प्यार करती हो, “हां या ना”

मनीषा: तुम मुझे अच्छे लगते हो।

अभिषेक: मतलब तुम मुझे पसंद करती हो?

मनीषा: अब तुम समझदार खुद हो तो समझ जाओ।

 

इस तरह मनीषा ने भी बातो ही बातो में अपने दिल की बात बोल दी। लेकिन मनीषा ने एक शर्त रखी कि एग्जाम तक हम दोनों केवल पढ़ाई पर ध्यान देंगे। अभिषेक ने उसकी शर्त को मान लिया। अब दोनों बहुत खुश थे और सारा ध्यान अपने एग्जाम की तैयारी में लगाने लगे।

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